अगर यूएई में मंदिर बन सकता है तो पाकिस्तान में क्यों नहीं? इस्लामाबाद में मंदिर के फिर से निर्माण की मांग


इस्लामाबाद, ता। बुधवार 23 सितंबर 2020

पाकिस्तान में एक हिंदू मंदिर बनाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। हिंदुओं ने इसके लिए एक आंदोलन भी तैयार किया है।

पाकिस्तानी राजधानी इस्लामाबाद में, पाकिस्तानी सरकार ने हिंदुओं के लिए एक मंदिर के निर्माण के लिए धन की घोषणा की। हालांकि, इस पर बहुत विवाद था।

हालांकि, अब मंदिर के फिर से निर्माण की मांग जोर पकड़ रही है। हिंदू संगठनों ने इसके लिए आक्रामक रुख अपनाया है।

पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के नेता लाल चंद मल्ही ने कहा, "मंदिर के विरोधी कह रहे हैं कि अगर मंदिर में करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू टैक्स नहीं दे रहे हैं। तो यूएई भी एक इस्लामिक राज्य है। अगर यूएई में मंदिर बन सकता है तो पाकिस्तान में क्यों नहीं ... पिछले 70 सालों से पाकिस्तान की सरकारों ने मंदिर के पीछे एक भी रुपया खर्च नहीं किया है।

टिप्पणियाँ

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *