यह उपग्रह अंतरिक्ष मलबे को साफ करेगा, यह पता लगाएगा कि अंतरिक्ष में कितना मलबा है

टोक्यो, शनिवार 20 मार्च 2021

जापान ने शनिवार को अंतरिक्ष में बिखरे मलबे को खत्म करने के लिए एक चुंबकीय उपग्रह लॉन्च किया, जिससे वह अंतरिक्ष में एकत्र मलबे की मात्रा की गणना कर सके। ताकि कचरे को हटाया जा सके। कहा जा रहा है कि दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ है कि उपग्रह निर्माण में मैग्नेट का इस्तेमाल किया गया है।

इस उपग्रह का नाम ELSA-D है। इसे जापानी फर्म स्ट्रॉसले ने बनाया है। इसे कजाकिस्तान से शनिवार सुबह 6:07 बजे लॉन्च किया गया था। इसका सीधा प्रसारण भी किया गया। उपग्रह में दो अंतरिक्ष यान होंगे, जो ब्रह्मांड में कई परीक्षण करेंगे। स्ट्रॉसले की स्थापना 2013 में जापानी व्यवसायी नोबू ओकाडा द्वारा की गई थी। ओकाडा के अनुसार, अंतरिक्ष में 9,000 टन कबाड़ मलबा होने का अनुमान है। अधिकांश टुकड़े अंतरिक्ष यान के टूटे हुए हिस्से हैं।

यह मलबे के रूप में पृथ्वी के चारों ओर घूमता है, किसी भी समय एक बड़ी दुर्घटना का संकेत देता है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक्सेल कंपनी स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष से मलबे को हटाना है। उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा निर्मित ईएलएसए-डी उपग्रह लॉन्च किया गया है। इसका वजन लगभग दो सौ किलोग्राम है। यह उपग्रह अंतरिक्ष में फैले मलबे की गणना करेगा। इस उपग्रह की खासियत यह है कि कचरे की मात्रा बताते हुए इसे साफ करने के बाद यह खुद वहां जलकर नष्ट हो जाएगा।

कंपनी के मालिक ओकाडा ने कहा कि अंतरिक्ष में गड्ढा एक खतरा था, और कहीं भी गंभीर रूप ले सकता है, यह कहते हुए कि यह समय में नष्ट नहीं हुआ तो बड़ी मुसीबत में पड़ सकता है।

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