दानिश की हत्या के बाद तालिबान की बेशर्मी, कहा- उसे हमसे पूछने आना चाहिए था


- तालिबान के प्रवक्ता और कमांडर मौलाना युसूफ अहमदी को उम्मीद है कि अफगानिस्तान के बाकी 15 फीसदी हिस्से पर जल्द कब्जा कर लिया जाएगा

नई दिल्ली तिथि। बुधवार, 21 जुलाई, 2021

अफगानिस्तान पर नियंत्रण के लिए संघर्ष कर रहा तालिबान अब अपनी छवि बचाने के लिए भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या के खिलाफ अपना बचाव कर रहा है। स्पिन बोल्डक में तालिबान के हमले में दानिश मारा गया था। वे मीडिया कवरेज के लिए युद्धग्रस्त इलाके में गए लेकिन तालिबान ने उन पर हमला कर दिया। दानिश की हत्या के लिए तालिबान की व्यापक आलोचना हुई है। इस मामले को लेकर विवादों में घिरे तालिबान अब हत्याओं में अपनी भूमिका से इनकार करने की कोशिश कर रहा है। साथ ही वह बेशर्मी से दलील दे रहे हैं कि अगर दानिश को वहां कवरेज के लिए आना होता तो पहले तालिबान की मंजूरी लेनी चाहिए थी।

इससे पहले अफगान सेना कमांडर बिलाल अहमद ने बताया कि तालिबान ने दानिश के शव के साथ किस हद तक बर्बरता की थी। इसके पीछे का कारण बताते हुए अफगान कमांडर ने कहा कि दानिश भारतीय था और तालिबान भारत से नफरत करता था।

तालिबान के प्रवक्ता और कमांडर मौलाना यूसुफ अहमदी ने कंधार में एक साक्षात्कार में कहा कि लगभग 85 प्रतिशत अफगानिस्तान उनके नियंत्रण में है। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि शेष 15 प्रतिशत क्षेत्र पर शीघ्र ही नियंत्रण कर लिया जाएगा। कमांडर ने स्पष्ट किया कि आईएसआई से कोई समर्थन नहीं था और वे अपने दम पर लड़ रहे थे।

दानिश सिद्दीकी की हत्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमने दानिश को नहीं मारा।" वह दुश्मन सेना के साथ थे और अगर कोई पत्रकार यहां आना चाहता है तो वह हमसे बात करे। हम पहले से ही देश के पत्रकारों के संपर्क में हैं।

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