काहिरा, 8 सितंबर, 2021, गुरुवार
मिस्र में एक प्राचीन मकबरा खोला गया है, जिसे ममियों की भूमि के रूप में जाना जाता है। मकबरा कुछ समय से निर्माणाधीन है और पूरा होने वाला है। यह मकबरा फिरौन होजर का है, जिसे 200 साल पहले बनाया गया था। ऐसा माना जाता है कि फिरौन को मूल रूप से इसी जगह पर नहीं बल्कि पास के स्टेप पिरामिड में दफनाया गया था जिसे दुनिया का सबसे पुराना पिरामिड माना जाता है। मकबरा गलियों से भरा हुआ है। इसमें विभिन्न प्रकार के चित्रात्मक शिलालेख हैं जो तीसरे मिस्र के साम्राज्य के समय के हैं। मकबरा और सीढ़ीदार पिरामिड संरचना दोनों काहिरा के निकट सक्कारा स्थल का हिस्सा हैं।
मिस्र के पुरावशेष और पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, निकट भविष्य में मकबरा पूरी तरह से खोला जाएगा। इस प्राचीन मकबरे का जीर्णोद्धार 2006 से चल रहा है। जमीन और दीवारों को छूने वाले हिस्से की मरम्मत की गई। दक्षिणी तोब के साथ सक्कारा की समतल भूमि पर 11 पिरामिड और सैकड़ों कब्रें हैं। पुरातत्वविदों ने हाल ही में हमीदियाद कब्रिस्तान के पास सोहाग नामक स्थल पर सैकड़ों कब्रों का पता लगाया है।
शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि उनमें से ज्यादातर 500 और 60 ईसा पूर्व के बीच बनाए गए थे। उस समय मकबरे भी अलग-अलग तरीकों से बनाए गए थे। उनमें से प्रत्येक में एक ख़ासियत है एक कब्र में एक नकली दरवाजा भी है जो एक वास्तविक रहस्य है। कुछ तस्वीरें उन्हें मृतकों के लिए भगवान से प्रार्थना करते हुए दिखाती हैं।
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