फैटी एसिड से 5 अरब लोगों को दिल की बीमारी का खतरा, शरीर में बढ़ता ट्रांस फैट बन रहा है दुश्मन


नई दिल्ली, 6 फरवरी, 2023, सोमवार

दुनिया में आठ अरब की आबादी है, एक चौंकाने वाली रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रांस भ्रूण के कारण 5 अरब लोगों को हृदय रोग का खतरा है। औद्योगिक उत्पादन में वसा के सामान्य उपयोग में खाना पकाने का तेल और बेकरी उत्पाद शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार ट्रांस फैट दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। मिस्र, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया ट्रांस वसा से होने वाली बीमारियों से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना ​​है कि औद्योगिक रूप से उत्पादित वसा का सेवन हृदय रोग का कारण बन रहा है। यह एक वर्ष में पांच लाख लोगों की अकाल मृत्यु का कारण बनता है। इसलिए, 2018 से 2023 तक दुनिया भर में भोजन से औद्योगिक रूप से उत्पादित फैटी एसिड के पूर्ण उन्मूलन का आह्वान किया गया है। इस बात के बहुत से प्रमाण हैं कि औद्योगिक प्रदूषकों के संपर्क में आने से अकाल मृत्यु होती है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस संबंध में 43 देशों की कुल 2.8 अरब आबादी का अध्ययन किया जा रहा है, लेकिन 5 अरब लोग अब भी फैटी एसिड से असुरक्षित हैं।

इन फैटी एसिड के संबंध में विशिष्ट कानूनों और नीतियों की कमी के कारण भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे दक्षिण एशियाई देशों में हृदय रोग बढ़ रहे हैं। वसा हृदय की धमनियों और रक्तचाप को प्रभावित करती है। ज्यादातर डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों और तले हुए खाद्य पदार्थों और खाना पकाने के तेल में उपयोग किया जाता है। ट्रांस फैट एक जहरीला और घातक रसायन है जिसका भोजन में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। अब समय आ गया है कि आप इनसे छुटकारा पाएं और अपने स्वास्थ्य में सुधार करें। यह पदार्थ सेहत को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। चूंकि एटी एसिड काफी सस्ता है, इसलिए इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है।


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